Journalist Chandan जाँच-पड़ताल:-हमने इस पेपर को देखा तो हम दंग रह गए।की आखिर गाँव वालों ने ऐसा क्यों किया तो हम निकल पड़े इसकी जाँच में और हमने हर एक व्यक्ति से पेपर दिखा कर पूछ-ताछ शुरू की हमने लोगों से पूछा कि क्या आप जानते है,की इस पेपर पर क्या लिखा है।और आप ने क्या पढ़ कर अपना हस्ताक्षर दिया है तो लोगों का साफ कहना था कि जब हमने हस्ताक्षर किया उस वक़्त पेपर में कुछ नही लिखा था।
अलग-अलग लोगों का कहना है:-
• हमसे यह बोल कर हस्ताक्षर कर बाया गया कि हमें समूह से पैसे उठाने हैं।और हमने लोगों का हस्ताक्षर देख कर हमने भी कर दिया।
• और कुछ लोगों का कहना यह भी था कि हमें बोला गया कि हमें जो है।कोई हमारे घर से निकाल भगा रहा है,और हम पर झूठा केस कर दिया है हमें तंग कर रहा है तो हम गाँव बालों का सहारा ले रहे है।
• अगर हमें पता होता कि जिस सरकारी जमीन को इसने बेचा है।उसी को लेकर कानून को झुठलाने आया है,तो हम हस्ताक्षर नही करते
• अगर उसी समय इस पेपर पर लिखा होता कि हमने नहीं खरीद नही बेचा तो हमलोग उसी समय उसे डाट कर भगा देते।जब कि पूरा गाँव जानता है,की वकील ने सरकारी जमीन की बिक्री की है।वकील होकर ऐसा करेंगे हमें इसकी अनुभव नही थी।